अगर जु डाळा हिटणा रान्दा,
फिर हम कथगा मौज मा रान्दा
डाळि कि फौंक्यूं मा बैठि जान्दा
जख मर्जि तख घूमिकि आन्दा
भूख लगदि त फल तोड़ि खान्दा
तीस लगदि त पाणि मंगान्दा
घाम लगुदु त छैलम रान्दा
जड्डू लगदु त टुक्खु चलि जान्दा
डाळिम बैठिकि स्कूल जान्दा
घौर बि डाळिम बैठिकि आन्दा
तब हम कथगा ठाटम रान्दा
अगर जु डाळा हिटणा रान्दा
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